लैब-ग्रोन मीट को जानवर को मारे बिना प्रयोगशाला में तैयार किया जाता है। इसमें जीवित जानवर के स्टेम सेल को बायोरिऐक्टर टैंकों में डाला जाता है जिसके अंदर मानव शरीर जितना तापमान होता है। टैंकों में बढ़कर यह मांसपेशी, वसा और ऊतक में बदलते हैं। इसके बाद स्कैफोल्डिंग नामक सामग्री में डालकर मांस के लिए ढांचा तैयार किया जाता है।
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श्वेता यादव /
01:57 pm on
21 Nov