16 दिसंबर से शुरू हो रहे पौष मास में क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल पौष माह की शुरुआत 16 दिसंबर से हो रही है जो 13 जनवरी 2025 को समाप्त होगी। पौष माह में सूर्य देव की पूजा कर सूर्य मंत्र व चालीसा का पाठ और गीता व विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। पौष माह में सगाई, शादी, जनेऊ संस्कार, मुंडन और गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए।