क्यों कहते हैं जब प्रसन्न हों बृहस्पति, खुद भगवान विष्णु करते हैं जीवन में प्रवेश
शास्त्रों के अनुसार, बृहस्पति को ज्ञान, धर्म और बुद्धिमत्ता का स्वामी माना गया है, जबकि भगवान विष्णु इन गुणों के प्रतीक हैं। गुरुवार को विष्णु की पूजा का अर्थ है अपने भीतर के ज्ञान और संतुलन को जागृत करना। जब बृहस्पति प्रसन्न होते हैं, तो जीवन में सही निर्णय, सफलता और स्थिरता सहज रूप से आने लगती है।