क्या चेक बाउंस होने पर भी घट जाता है सिबिल स्कोर?, जानें क्या कहता है नियम
टाटा कैपिटल के मुताबिक, चेक बाउंस होने का लगातार पैटर्न अप्रत्यक्ष रूप से सिबिल स्कोर को प्रभावित कर सकता है। इससे बैंक हाई-रिस्क ग्राहक मानते हुए लोन देने में हिचकते हैं। नियमित बाउंस की स्थिति में बैंक ओवरड्राफ्ट सुविधा रोक सकते हैं या अकाउंट फ्रीज़ कर सकते हैं। हालांकि, एक-दो बार की तकनीकी गलती पर बैंक सख्ती नहीं दिखाते हैं।