'न्यूज़ 18' ने पंडित सुरेंद्र दुबे के हवाले से बताया है कि भगवान की आरती हमेशा एक ही स्थान पर खड़े होकर और थोड़ा झुककर करनी चाहिए। आरती को 4 बार भगवान के चरणों में, 2 बार नाभि पर, एक बार मुखमंडल पर और 7 बार सभी अंगों पर दिखाना चाहिए। आरती कुल 14 बार घुमाई जानी चाहिए।