भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मुताबिक, पृथ्वी की कक्षा में घूम रहे अपने उपग्रहों को टकराने से बचाने के लिए उसने पिछले 2010 से 2024 तक 122 बार उनके मार्ग में बदलाव किया है जिसे वैज्ञानिक भाषा में 'कॉलिजन अवॉइडेंस मैन्युवर' (सीएएम) कहा जाता है। इसमें भी 2022 और 2023 के बीच अधिकतम 23 बार यह प्रक्रिया अपनाई गई।
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मनीष झा /
09:30 pm on
29 May