प्रोसीडिंग्स ऑफ द नैशनल अकेडमी ऑफ साइंस के अध्ययन के अनुसार, कॉकरोच के शरीर में मौजूद ब्लाटाबैक्टीरियम नाइट्रोजन को री-साइकिल कर मिट्टी को पोषण लौटाता है। कॉकरोच गिरे पेड़-पत्तों और सड़े पौधों को तोड़कर जंगल की उर्वरता बनाए रखते हैं। इनके खत्म होने पर जैविक कचरा बढ़ेगा, विघटन धीमा होगा, मिट्टी कम उर्वरक होगी और वन-व्यवस्था असंतुलित हो सकती है।
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शुभम श्रीवास्तव /
10:58 pm on
18 Nov