भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा है कि वह फटे-पुराने नोटों का इस्तेमाल पर्यावरण को बचाने के लिए पार्टिकल बोर्ड बनाने में करेगा जिससे फर्नीचर बनाया जा सकेगा। अभी तक परंपरागत रूप से मुद्रा प्रबंधन से जुड़े प्राधिकरण कटे-फटे नोटों का इस्तेमाल ईंधन के रूप में जलाने में करते हैं जो पर्यावरण के लिए अनुकूल नहीं है।
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नूतन कुमार गुप्ता /
12:38 pm on
30 May