गुरुग्राम के डॉक्टर हनीश बजाज ने कहा है कि छोटे बच्चों की स्कूली शिक्षा की शुरुआत से पहले अल्फाबेट और नंबर पढ़ाने के साथ उन्हें ज़िंदगी की ज़रूरी आदतें सिखानी चाहिए। बकौल डॉक्टर, इनमें टॉयलेट ट्रेनिंग, रोज़ सुबह-शाम ब्रशिंग, खाना खाने से पहले व बाद में हाथ धोना, सॉरी-थैंक यू बोलना और परिवार के सदस्यों को पहचानना शामिल है।
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वेद प्रकाश शर्मा /
07:10 am on
30 May