उत्तर प्रदेश सरकार के मुताबिक, 28 अप्रैल 1858 को ब्रिटिश सेना ने फतेहपुर ज़िले में मौजूद 'इमली' के पेड़ पर 52 स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी दी थी। इस घटना के बाद से इस पेड़ को 'बावनी इमली' के नाम से जाना जाता है। बकौल सरकार, लोगों का मानना है कि नरसंहार के बाद पेड़ का विकास रुक गया है।
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मनीष झा /
05:50 pm on
15 Apr