विशेषज्ञों के अनुसार, लंबे समय तक स्क्रीन देखने से बच्चों की स्लीप साइकल गड़बड़ा जाती है जिससे नींद पूरी नहीं होने पर ध्यान, समझने की क्षमता और शैक्षणिक प्रदर्शन पर सीधा असर पड़ता है। स्क्रीन पर लगातार बदलते वीडियो और कंटेंट दिमाग को हाईपरऐक्टिव बनाते हैं जिससे क्रिएटिविटी और इमैजिनेशन कम हो सकती है।
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20 Nov