बांग्लादेश की जिस इंटरनैशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल की स्थापना शेख हसीना ने 1971 के युद्ध से जुड़े मामलों के लिए की थी उसी ने उन्हें मौत की सज़ा दी है। गौरतलब है, ट्रिब्यूनल ने कहा, "हसीना ने पिछले साल छात्रों के विरोध के दौरान हिंसा बढ़ाई और हेलीकॉप्टर व ड्रोन से कार्रवाई का आदेश दिया था इसलिए उन्हें दोषी माना गया।"
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शुभम श्रीवास्तव /
03:33 pm on
19 Nov